My 3rd of 7 blogs, i.e. अनुभवों के पंछी,
कहानियों का पेड़,
ek chouthayee akash,
बोलते चित्र,
Beyond Clouds,
Sansmaran,
Indu's World.
मंगलवार, 13 दिसंबर 2011
आज भी है सती !
कहीं प्रियतम के इंतजार में
समय के लपटों में झुलसती स्त्री
तो कहीं
यमराज के इंतजार में
समस्याओं से जूझती झुलसती स्त्री |
सती तो दोनों ही हैं
पर ये हैं
सजीव प्रतिमा जीवित सती की
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें