शुक्रवार, 22 जून 2018

गुहार है

-इंदु बाला सिंह



मोह भंग हुआ ....आस  न टूटी

कर्तव्य डोर कस के जो बंधी  थी

बड़ी कठिन डगर थी ....

ओ असीम शक्तिमान !

शक्ति के अहसास की आस है

मन में शक्ति देना |


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