-इंदु बाला सिंह
चुप्पी बहुत शोर करती है
बोलने दो उसे ....
तुम अनसुना कर देना
आखिर थक ही जायेगा वह ....
तुम मन में कोई खुशनुमा गीत
बस गुनगुनाते रहना ......
बोलने दो उसे .....
मौन एक आत्मघाती बम है
फटेगा तो तुम्हें भी लील लेगा ....
तुम सतरंगी गीत गाते रहो न |
चुप्पी बहुत शोर करती है
बोलने दो उसे ....
तुम अनसुना कर देना
आखिर थक ही जायेगा वह ....
तुम मन में कोई खुशनुमा गीत
बस गुनगुनाते रहना ......
बोलने दो उसे .....
मौन एक आत्मघाती बम है
फटेगा तो तुम्हें भी लील लेगा ....
तुम सतरंगी गीत गाते रहो न |
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