- इंदु बाला सिंह
बादल छाया है
चलूं बर्तन मांज लूं
भाई आखिर पढ़ रहा है
उसके पढ़ने की आवाज तो सुनाई दे रही है मुझे ....
रात बिजली चली गयी थी
मैं पढ़ न सकी
मुझे भाई से बराबरी नहीं करनी चाहिये
मेरे ब्याह के बाद मेरी खोज खबर तो वही रखेगा
उसे मजबूत बनना चाहिये ....
वैसे मेरे साथ वो बरतन धुला देता तो कम से कम मेरा काम जल्दी हो जाता .....
अभी तो नाश्ता भी बनाना है मुझे ....
आज स्कूल में मुझे जरूर क्लास से बाहर कर दिया जायेगा
अगर मैं स्कूल जल्दी पहुंच जाती तो नकल कर लेती किसी का होमवर्क अपनी कॉपी में
भाई का यूनिफार्म भी प्रेस नहीं हुआ है
आज तो पापा से भी डांट पड़ेगी ।
चलूं बर्तन मांज लूं
भाई आखिर पढ़ रहा है
उसके पढ़ने की आवाज तो सुनाई दे रही है मुझे ....
रात बिजली चली गयी थी
मैं पढ़ न सकी
मुझे भाई से बराबरी नहीं करनी चाहिये
मेरे ब्याह के बाद मेरी खोज खबर तो वही रखेगा
उसे मजबूत बनना चाहिये ....
वैसे मेरे साथ वो बरतन धुला देता तो कम से कम मेरा काम जल्दी हो जाता .....
अभी तो नाश्ता भी बनाना है मुझे ....
आज स्कूल में मुझे जरूर क्लास से बाहर कर दिया जायेगा
अगर मैं स्कूल जल्दी पहुंच जाती तो नकल कर लेती किसी का होमवर्क अपनी कॉपी में
भाई का यूनिफार्म भी प्रेस नहीं हुआ है
आज तो पापा से भी डांट पड़ेगी ।
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